कम उम्र में भी हो सकता है डिप्रेशन, इलाज होना है संभव, जानें इसके लक्षण और बचाव

डिप्रेशन शब्द हम सभी ने कई बार सुना है। वहीं, कई लोग इस परेशानी से जूझे भी हैं। यह एक ऐसी समस्या है जिसे कई लोग सीरियस नहीं लेते हैं। क्योंकि शायद उन्हें यह डर होता है कि अगर वो किसी को इस बारे में बताएंगे तो लोग उन्हें पागल समझने लगेंगे। अगर आप भी यही सोचते हैं तो आप गलत हैं। बिना किसी से बात किए अंदर ही अंदर घुटते रहना किसी भी समस्या का हल नहीं है। आज हम आपको इस पोस्ट में डिप्रेशन से संबंधित कुछ बातें बताने जा रहे हैं जिसमें इसके लक्षण और बचाव की जानकारी भी शामिल है।

क्या है डिप्रेशन: यह स्थिति तब पनपती है जब हम अपनी जिंदगी के हर पल और पहलू को लेकर नेगेटिव हो जाते हैं। वहीं, यह स्थिति चरम पर तब पहुंचती है जब हमें अपनी जिंदगी ही बेकार लगने लगे। कई बार देखा गया है कि डिप्रेशन कुछ समय के लिए ही रहता है लेकिन इस दौरान यह भयानक रूप धारण लेता है। आसान भाषा में समझा जाए तो जब आपके दिमाग को आराम नहीं मिलता है और उस पर लगातार दबाव बना रहता है तो डिप्रेशन व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लेता है।

इस स्थिति में व्यक्ति हमेशा सिर्फ परेशानी ही रहता है और उसका मन किसी काम में नहीं लगता है। किसी भी चीज में कोई खुशी नहीं रह जाती है। हर तरह सिर्फ गम की स्थिति ही छाई रहती है। इस स्थिति की सबसे अहम बात यह है कि इसका उम्र से कोई वास्ता नहीं है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। कई बार पढ़ाई, करियर, रिलेशनशिप जैसी चीजों को लेकर तनाव इतना बढ़ जाता है कि वो डिप्रेशन का रूप ले लेता है। यह स्थिति आगे चलकर भयानक रूप ले सकती है।

इस तरह करें बचाव: अगर आपको किसी बात का तनाव है तो आपको दूसरों से बात करनी चाहिए। किसी भी बात के लिए उतना ही सोचें या टेंशन लें जिससे आपकी रात की नींद और दिन का चैन न छिन जाए। ध्यान रखिए की किसी भी बात करने में कोई हर्ज नहीं है क्योंकि आपका जीवन ज्यादा महत्वपूर्ण है। जरूरत पड़े तो आप डॉक्टर की भी मदद ले सकते हैं। सबसे अहम बात यह कि डिप्रेशन लाइलाज नहीं है। इसे समय रहते पहचानना और संभालना बेहद जरूरी है।